हरियाणा सरकार के सहयोग से मंगलवार को 530 युवाओं के पहले जत्थे ने इजरायल के लिए उड़ान भरी। इजरायल रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उनसे संवाद स्थापित किया। युवाओं ने हरियाणा सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री का आभार जाताया। मनोहर लाल ने कहा कि इजरायल जाने वाले देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। बीते कुछ माह पहले कई देशों ने भारत के पास अलग अलग कामों के लिए प्रोफेशनल्स की डिमांड भेजी थी। इसके बाद हरियाणा सरकार ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम में ट्रेंड युवाओं को इजरायल भेजने का फैसला लिया। हालांकि, इसमें अन्य लोगों के लिए भी वैकेंसी ओपेन थी जिन्होंने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (एचकेआरएन) में ट्रेनिंग नहीं ली थी। विदेश जा रहे इन युवाओं को 1.37 लाख भारतीय रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा। कई अन्य जरूरी सुविधाएं भी मुहैया करवाई जाएंगी। पहले दौर की सफलता के बाद हरियाणा सरकार सेकेंड फेज की वैंकेसी निकालने की तैयारी में है।
हजार वर्कर्स की आई डिमांड
हालांकि वैकेंसी कब निकलेगी इसकी कोई जानकारी अभी नहीं दी गई है, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव बीतने के कुछ दिन बाद तुरंत प्रक्रिया पूरी कर दूसरे दौर की वैकेंसी निकाली जा सकती है। जनवरी में सात देशों में 13294 पदों के लिए भारत के युवाओं की डिमांड आई थी। इसके लिए पद, योग्यता और सेलरी सार्वजनिक कर दी गई थी। इसी तरह इजरायल में 10000 कंस्ट्रक्शन वर्कर्स की डिमांड आई है। फ्रेमवर्क, शटरिंग, कारपेंटर, प्लास्टरिंग, सेरामिक टाइल, यरन बेडिंग करने वालों की जरूरत है। इसके लिए दसवीं पास, तीन साल का अनुभव, उम्र 25 से 45 साल होनी चाहिए। ओवरटाइम भी मिलेगा। चिकित्सा बीमा, खाने और आवास के साथ 1.37 लाख रुपये का मासिक वेतन होगा। इन उम्मीदवारों को हर महीने 16,515 रुपये बोनस भी दिया जाएगा।
NEWS SOURCE : jagran