रोहतक: लाखनमाजरा बाईपास के एक ढाबा पर खाना खाने रुके गुरुग्राम निवासी युवक की 12 गोलियां मारकर हत्या कर दी। दो गोलियां युवक की मां को भी लगी हैं। उसे पीजीआइ में भर्ती करवाया गया है। पत्नी हादसे के बाद से बेसुध है। सचिन मुंजाल (36) वीरवार शाम को अपनी क्रेटा कार से मां दर्शना और पत्नी मोनिका के साथ संगरूर जा रहा था। तीनों 11 बजे के करीब लाखनमाजरा में हरपूंज ढाबे पर रुके थे। 40 मिनट बाद तीनों खाना खाकर ढाबे की पार्किंग में आ गए। सचिन कार में बैठ गया। उसकी मां बाहर ही खड़े थे। पत्नी मोनिका वाशरूम में गई थी। इसी दौरान एक स्विफ्ट कार में आए तीन-चार युवकों ने सचिन को निशाना बनाकर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। सचिन को 12 गोलियां लगी। बेटे को बचाने दौड़ी उसकी मां को भी दो गोलियां लगी। वारदात को अंजाम देकर युवक फरार वारदात को अंजाम देकर युवक फरार हो गया। जब मोनिका वापस लौटी तो सचिन की हालत देखकर बेसुध हो गई। ढाबे पर काम करने वालों ने पुलिस को सूचना दी। डायल 112 की गाड़ी से सचिन और उसकी मां को पीजीआई पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने सचिन को मृत घोषित कर दिया। उसकी मां की हालत गंभीर बताई जा रही है।
रंजिश के एंगल से जांच कर रही पुलिस
लाखनमाजरा थाना पुलिस घटना ने रात को ही ढाबे के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांची है। इसमें स्विफ्ट कार रोहतक की ओर से आती नजर आई है। फुटेज में कार का नंबर स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस के अनुसार हमलावरों की कार सचिन का पीछा करते हुए ढाबे तक पहंची थी। अभी पुलिस रंजिश के एंगल से जांच कर रही है।
कुछ मीटर दूरी पर है पुलिस का भारी नाका
जिस ढावे पर वारदात हुई उससे 200 मीटर आगे ही पौली नहर पर रोहतक पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने किसान आंदोलन को लेकर भारी नाकाबंदी की है। अभी तक की जांच में ये भी पता चला है कि सचिन और उसकी मां को गोली मारने के बाद बदमाशों की कार पौली नहर नाका से न होकर वापस लाखनमाजरा की ओर गई है।
NEWS SOURCE : jagran