मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर आम आदमी पार्टी महारैली के माध्यम से अपना संदेश देने में सफल रही। ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित हुरई महारैली में मंच पर भले ही केजरीवाल का फोटो नहीं लगाया जा सका, मगर सभी वक्ताओं ने केजरीवाल का नाम लेकर उनके साथ हाेने की बात कही। सभी नेताओं ने केजरीवाल का न केवल नाम लिया, बल्कि उनकी गिरफ्तारी का विरोध भी किया। पार्टी की रणनीति भी यही थी कि मंच से केजरीवाल की बात की जाए और आयाेजन के केंद्र में भी केजरीवाल ही रहे। यहां बता दें कि इसी रामलीला मैदान में पहले कांग्रेस 22 या 23 मार्च को आइएनडीआइ के बैनर तले रैली करने जा रही थी, इसी बीच 21 मार्च को ईडी ने आबकारी घोटाले से जुडे़ मनी लान्ड्रिंग के मामले मेें 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया।
घटक दलाें का भरोसा देख आप को आया महारैली का विचार
इस गिरफ्तारी के विरोध में आइएनडीआइ के घटक दलाें ने जिस तरह से अपना बयान दिया और आप के साथ होने का भरोसा दिया। उससे आप नेताओं को महारैली करने का विचार आया था, इसके बाद इस महारैली के आयोजन की तैयारी अपने हाथ लेने की आप ने रणनीति बनाई थी, कांग्रेस सहित सभी दल पर इस तैयार हुए थे। मगर आम आदमी पार्टी आयोजन स्थल के मंच पर अपने नेता अरविंद केजरीवाल की सलाखों के पीछे वाली फोटो मंच के बैकग्राउंड में लगाया चाहती थी, जिस पर कांग्रेस अंतिम समय तक राजी नहीं हुई। दरअसल, कांग्रेस का कहना था कि महारैली लोकतंत्र को बचाने के लिए हो रही है तो मंच के बैकग्राउंड में लोकतंत्र को बचाने की बात की जाए। अगर केजरीवाल काे बैकग्राउंड दिया जाएगा तो यह संदेश जाएगा कि महारैली केवल केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में हो रही है।
चेंज किया गया बैकग्राउंड
बाद में यह तय हुआ कि मंच का बैकग्राउंड लोकतंत्र के लिए दिया जाएगा। जिसके अनुसार ही आप ने काम किया। मगर मंच के नीचे जनता के बैठने वाले क्षेत्र में आप ने केजरीवाल के सलाखों के पीछे वाले हाेर्डिंग आयोजन स्थल के दोनों ओर लगाए। मंच पर लगाई गई स्क्रीन पर आइएनडीआइ गठबंधन के सभी नेताओं के फोटो तीन-तीन सेकेंट के लिए बारी बारी से आ रहे थे, उनमें केजरीवाल का फोटो भी तीन सेकेंड के लिए आ रहा था। इस सब के पीछे का आप का यही उद्देश्य था कि जब महारैली के आयाेजन का खर्च आप उठा रही है तो उसे इस आयोजन का लाभ भी मिले। केजरीवाल की गिरफ्तारी का विराेध देश के कोने कोने तक पहुंचे। महारैली के माध्यम से भी यह बात जन जल तक पहुंचे कि उन्हें राजनीतिक षडयंत्र के तहत गिरफ्तार किया गया है। आज के इस संदेश को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शरद पवार, सीताराम येचुरी, उद्धव ठाकरे, तेजस्वी यादव, चंपई सोरेन, कल्पना साेरेन सहित प्रमुख नेताओं ने प्रमुखता से उठाया है।
NEWS SOURCE : jagran