महापौर चुनाव के नामांकन को लेकर सिर्फ तीन दिन ही शेष हैं, लेकिन अभी तक बहुमत के बाद भी सत्तारुढ़ आप पार्टी उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद आप के लिए यह चुनाव महत्वपूर्ण है। साथ ही परीक्षा वाला है। इसलिए आप सभी समीकरणों से लेकर आप पार्षदों की आम सहमति से उम्मीदवार को तय करना चाहती है। पार्षदों की घेराबंदी और एकजुटता के लिए आप के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी के आवास पर सोमवार को आप पार्षदों की बैठक हुई। जिसमें पार्षदों से चुनाव के लिए एकजुट होने की अपील की गई। बैठक की अध्यक्षता संजय सिंह कर रहे थे। जेल से आने के बाद आप कार्यकर्ताओं और नेताओं में संजय सिंह से मिलने वाले पहुंच रहे हैं। पार्षद भी पहुंचना चाहते थे।
संजय सिंह ने टटोला मन
इसको देखते हुए आप पार्षदों के साथ संजय सिंह और आप नेताओं ने मन टटोला। सूत्रों के मुताबिक आप नेताओं ने कहा है कि भले ही हमारे पास बहुमत है, लेकिन हमें जीत के लिए पिछली बार से ज्यादा वोट लेने हैं। आप नेताओं ने कहा कि यह छोटा चुनाव है, लेकिन लोकसभा से पहले यह जीत आप कार्यकर्ताओं में ऊर्जा देगी।
इसलिए भाजपा प्रत्याशी उतारे या न उतारे दोनों स्थिति के लिए सभी को एकजुट होना है। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2023 में हुए निगम चुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें डॉ. शैली ओबेराय ने जीत दर्ज की थी। इतना ही नहीं अप्रैल 2023 में हुए चुनाव में भाजपा ने प्रत्याशी तो उतारे थे, लेकिन चुनाव से पहले ही नाम वापस ले लिया, जिससे डॉ. शैली ओबेराय ने निर्विरोध जीत दर्ज की थी।
प्रेम चौहान और सारिका चौधरी रेस में आगे
भले ही आप ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है, लेकिन दो-तीन उम्मीदवारों के नाम पर लगभग सहमति बनती हुई दिखाई दे रही है। इसी में से किसी एक प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। इसमें दरियागंज से पार्षद सारिका चौधरी, सिविल लाइंस से पार्षद विकास टांक और दक्षिणी पुरी वार्ड से पार्षद प्रेम चौहान का नाम शामिल हैं। पार्टी सभी पार्षदों और विधायकों से विचार विमर्श के साथ ही पालटिकल अफेयर्स (पीएस) से मंजूरी लेकर प्रत्याशी की घोषणा कर देगी।
भाजपा कर रही आप प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार
भाजपा ने अपनी महापौर चुनाव के प्रत्याशी उतारने को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं। सूत्र बताते हैं कि भाजपा आप प्रत्याशी की घोषणा का इंतजार कर रही है। इसके बाद ही निर्णय लेगी। भाजपा इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। पार्षदों को भी चुनाव के दिन दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है। इसलिए जो भी स्थिति होगी वह अब नामांकन की आखिरी तारीख 18 अप्रैल तक ही स्पष्ट हो पाएगी। भाजपा फिलहाल इस मामले में खुले तौर पर कुछ नहीं बोल रही है।
NEWS SOURCE : jagran