चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा की चुनाव आचार संहिता खत्म हो गई है। अब प्रदेश सरकार एक्शन मोड में दिखेगी। मुख्यमंत्री नायब सैनी को खुलकर बैटिंग करने के लिए करीब साढ़े तीन महीने मिलेंगे, क्योंकि अक्टूबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों के चलते सितंबर के अंत में फिर चुनाव आचार संहिता लग सकती है। गुरुवार शाम को चुनाव आचार संहिता हटते ही बड़े स्तर पर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादलों का रास्ता साफ हो गया है। सूचियां तैयार की जा रही हैं। कई जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों का बदला जाएगा। लोकसभा चुनाव के दौरान कई अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं, जिन पर गाज गिरना तय है।
इस महीने गिर सकती अफसरों पर गाज
इसी महीने अफसरों के तबादले कर दिए जाएंगे। इसके अलावा बोर्ड-निगमों में रिक्त पड़े चेयरमैनों के पदों पर नियुक्तियां होंगी तो नई सरकारी योजनाओं की घोषणा, शिलान्यास और उद्घाटन पर भी कोई रोक अब नहीं है। हरियाणा सिविल सचिवालय में करीब दो महीने बाद फिर से रौनक लौट आई है। लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश के सभी मंत्री पहली बार सिविल सचिवालय में पहुंचे और अपने स्टाफ से जहां दो माह का फीडबैक लिया, वहीं मुलाकात के लिए आने वाले लोगों से लोकसभा चुनाव की हार जीत पर मंथन किया।
ज्यादातर मंत्रियों को हुआ 10 मई को स्टाफ अलॉट
प्रदेश में 12 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद सत्ता परिवर्तन हुआ था। मुख्यमंत्री नायब सैनी के शपथ ग्रहण के चार दिन बाद यानी 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई। आचार संहिता के बीच 19 मार्च को नए मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण के साथ ही मंत्री लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए फील्ड में उतर गए। ज्यादातर मंत्रियों को 10 मई को ही स्टाफ अलॉट हुआ। ऐसे में बहुत से मंत्री तो अपने स्टाफ से भी नहीं मिल पाए थे। बहुत से मंत्री बृहस्पतिवार को पहले दिन ही अपने स्टाफ से मिले और बैठक लेकर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी ली। साथ ही सरकार द्वारा अलाट किए गए बजट का भी फीडबैक लिया। अब प्रदेश के मंत्री पहले से चल रही विभागीय योजनाओं का रिव्यू करते हुए उन्हें आगे बढ़ाएंगे।
नायब टीम में शामिल होंगे नए सदस्य
चुनाव आचार संहिता के चलते मुख्यमंत्री नायब सैनी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की टीम के साथ काम कर रहे थे। अब वे अपनी टीम के कई सदस्यों को भी इसमें एडजस्ट करेंगे। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में मेहनत करने वाले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को इनाम के तौर पर चेयरमैन का पद भी दिया जा सकता है। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ऐसे लोगों की नियुक्तियां की जाएंगी जिससे कि चुनावी समीकरण भी संतुलित हो सकें।
नायब सैनी ने ली विधायक पद की शपथ
करनाल विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव जीते मुख्यमंत्री नायब सैनी ने नए विधायक के रूप में शपथ ले ली है। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथग्रहण के बाद नायब सैनी ने दावा किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में हरियाणा में फिर भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की साढ़े नौ सालों की सरकार में कहीं भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया। साथ ही दावा किया कि कांग्रेस ने झूठ के दम पर लोकसभा चुनाव में पांच सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए डा. भीमराव अंबेडकर का भी सम्मान नहीं किया।
NEWS SOURCE : jagran