फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश नरवाल, IPS के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए फरीदाबाद पुलिस की साइबर टीमों के द्वारा कार्रवाई करते हुए 08 आरोपियो को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियो में मोहम्मद जीशान, मुकेश कुमार, हुकम सिंह, मयंक पाराशरी, विकास, रविन्द्र बाबल, शाहिल खान उर्फ तरुण तथा विमलेश कुमार शामिल है जिन्हें दिल्ली एनसीआर इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।
आजकल जब भी हम इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं तो वहां पर ऑनलाइन जॉब से संबंधित बहुत सारे विज्ञापन दिखाई देते हैं जिसमें घर बैठ रोजाना मात्र 3 या 4 घंटे का काम करके प्रति माह 50 से 60 हजार रूपए कमाने का लालच दिया जाता है। इस प्रकार के विज्ञापन आमजन को लुभाने के लिए दिया जाते हैं ताकि रोजगार की तलाश में व्यक्ति उनसे संपर्क करें और उन्हें सुनहरी नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठ जा सकें। कुछ आरोपी शेयर मार्किट में पैसे लगाकर मोटे मुनाफे की गारंटी देते है और फर्जी एप के माध्यम से पैसे लगवा देते है, जिस एप में शेयर की कीमत नीचे नही गिरती है और पीडित अधिक पैसे लगाता चला जाता है जब पीडित पैसे निकालता है तो पैसे निकलते ही नही है। जब तक उसको समझ आता है तब तक उसके साथ ठगी हो चुका होता है। कुछ सरकारी नौकरी और अच्छी कम्पनी में नौकरी के नाम पर भी ठगी करते है। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके तथा QR कोड व UPI से लोगों के खाते में पैसे डलवाने के बहाने व बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है।
साइबर अपराध के तरीके व बचाव :-
कस्टम/पुलिस/क्राइम ब्रांच अधिकारी फ्रॉड-
इस प्रकार के साइबर फ्रॉड में आपके पास अंजान नम्बर से फोन आता है और अपने आप को किसी कस्टम विभाग का कर्मचारी बताता है। वह आपसे कहेगा कि आपके नाम पर पार्सल जा/आ रहा है। वह आपसे पता व अन्य दस्तावेज तस्दीक करेगा और कहेगा कि आपके पार्सल में नशीला पदार्थ मिला है। जिसकी शिकायत पुलिस/क्राइम ब्रांच को कर दी गई है। फिर वह योजना के तहत आपकी कॉल पुलिस/क्राइम ब्रांच को फॉरवर्ड कर देगा। कॉल फॉरवर्ड होने के बाद दूसरी तरफ से अपने आप को पुलिस/क्राइम ब्रांच का अधिकारी बतलाकर आपको मामले में फसने बारे बतलाए व डराएगा। फिर आपको स्काइप एप व अन्य फर्जी एप के माध्यम से वीडियो कॉल की जाएगी और पुलिस/क्राइम ब्रांच जैसा माहौल दिखलाया जाएगा। जिसपर पीडित डर जाता है और केस को रफा दफा करने बारे कहता है। यहां तक की आपको डराकर आपके फोन व लेप्टोप का एक्सेस ले लेते है और केस को रफा दफा करने के लिए आपसे पैसों की मांग करते है और किसी और से संपर्क न करने बारे डराते है और आपसे उपलब्ध कराए हुए खाते में पैसे डलवा लेते है। अतःजब भी आपके पास इस प्रकार की कोई भी कॉल आए और उपसे पैसो की मांग करे तो समझ जाये कि वह साइबर फ्रॉड है। आप बिलकुल ना डरे सतर्कता से काम ले व संबंधित थाना तथा साइबर थाना से तुरंत सम्पर्क करे। पीडित फरीदाबाद पुलिस के कंट्रोल रुम नम्बर 9999150000 से संपर्क करे।
शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट फ्रॉड-
आजकल साइबर अपराधी सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से लोगों से संपर्क करते हैं और कम इन्वेस्टमेंट में ज्यादा रिटर्न का वादा करके शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करवाते हैं। इसके लिए वह फर्जी इन्वेस्टमेंट ऐप का उपयोग करते हैं। जब कोई व्यक्ति पहली बार छोटी राशि इन्वेस्ट करता है तो उसे ऐप पर एक या दो बार अच्छा रिटर्न दिखा देते हैं उसके बाद वह व्यक्ति लालच में जाकर ज्यादा पैसे इनवेस्ट करता है। मोटा पैसा लगाने के बाद साइबर अपराधी आपका पैसा लेकर फरार हो जाते हैं। यह भी आपके पास इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और आपको शेयर मार्केट में पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर अपराधी हो सकता है और आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
साइबर पुलिस की उपलब्धियाँ:-
साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 06 से 12 सितम्बर 2024 तक साइबर अपराध के 06 मुकदमों में 08 आरोपी गिरफ्तार कर 3,88,248/- रुपए बरामद किए।
616 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 268760/- रुपए रिफंड व 69916/- रुपए बैंक खातों में कराए सीज
05 मामले साइबर एनआईटी तथा 01 मामले साइबर बल्लबगढ़ ने सुलझाए है।