फरीदाबाद: देवों के देव महादेव का पूजन बहुत ही सुखदाई और समस्त कष्टों से मुक्त करने वाला है। यह बात श्री लक्ष्मीनारायण दिव्यधाम के अधिपति जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने भक्तों के बीच कही। वह यहां आयोजित महाशिवरात्रि पर्व में भगवान महादेव के अभिषेक के बाद भक्तों के बीच प्रवचन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिवरात्रि तो वर्ष के 12 महीनों में आती है लेकिन महाशिवरात्रि केवल एक ही बार आती है। इसलिए यह भगवान महादेव को प्रसन्न करने का प्रमुख पर्व है। स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य ने कहा कि महादेव अपने भक्तों की पुकार को जल्द और सहज ही सुनते हैं। इसलिए उनके भक्तों की संख्या भी दुनिया में सर्वाधिक पाई जाती है। उन्होंने कहा कि आज के दिन यानि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन भगवान का माता पार्वती के साथ विवाह हुआ था। इसलिए हम अपने महादेव का अभिषेक करते हैं और पर्व मनाते हैं।
गुरु महाराज ने कहा कि हमें भगवान भोलेनाथ सिखा रहे हैं कि बेशक हमारी वृत्तियां अलग अलग हों लेकिन हमें समभाव से रहना चाहिए। आप देखें कि उनके परिवार में अनेक विसंगतियां हैं लेकिन वह सभी महादेव के आगे समर्पित हैं। माता पार्वती का वाहन शेर है जो भगवान शिव की सवारी नंदी का शिकारी है, कार्तिकेय का वाहन मोर है जो भगवान शिव के गले में पड़े सर्प का दुश्मन है, वहीं सर्प स्वयं गणेश की सवारी चूहे का दुश्मन है। लेकिन सभी भगवान के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हम भगवान महादेव का पूजन करते हैं तो हमें उनके चरित्र पर भी ध्यान देना होगा और उन गुणों को अपने जीवन में लागू करना होगा। उन्होंने भगवान के मूर्त रूप का अभिषेक किया और सभी प्रसाद एवं आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर देश विदेश से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे। उन्होंने भगवान शिव की मूर्ति पर गंगाजल एवं दूध के साथ अभिषेक किया।