BJP manifesto Vs Congress manifesto: भाजपा ने आज अपने संकल्प पत्र से समाज के कई वर्गों को साधने की कोशिश की है। मोदी की गारंटी नाम से जारी इस संकल्प पत्र में पार्टी ने महिलाओं पर खासा ध्यान दिया है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में महिलाओं पर फोकस रखा था। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र से भाजपा की कई योजनाओं पर निशाना साधते हुए उसे हटाने का भी वादा किया है। वहीं, भाजपा कांग्रेस के घोषणापत्र को महिलाओं से किए झूठे वादों का पुलिंदा बताती आई है।
आइए, जानें दोनों पार्टियों के घोषणापत्र में महिलाओं को लेकर क्या-क्या वादे किए गए हैं…
भाजपा ने महिलाओं से किए ये खास वादे | कांग्रेस ने महिलाओं के लिए की ये घोषणा |
महिलाओं की सुरक्षा पर जोर: भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में महिलाओं की सुरक्षा पर जोर देने के साथ उनके स्वास्थ्य के लिए कई बड़े कदम उठाने का वादा किया है। | कांग्रेस के घोषणापत्र में सबसे बड़ा वादा गरीब लड़कियों को 1 लाख रुपये सालाना देने का है। |
नारी शक्ति वंदन अधिनियम होगा लागूः इसी के साथ महिलाओं को रिजर्वेशन दिलाने का भी भाजपा ने वादा किया है। भाजपा ने कहा कि वो नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लागू कर चुकी है और अब वो संसद और विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए इसे व्यवस्थित रूप से लागू करेंगे। | कांग्रेस ने इसी के साथ अपने घोषणापत्र में भाजपा के नारी शक्ति वंदन अधिनियम को लागू करने के वादे पर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि इसमें कई गलत प्रावधानों को जोड़ा गया है। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो इस अधिनियम को 2029 के बाद ही लागू होने देगी और इन गलत प्रावधानों को हटा देगी। |
महिलाओं के स्वास्थ्य सुधारेंगेः महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा पर जोर देते हुए भाजपा ने एनीमिया, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम और कमी पर केंद्रित मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करने का वादा किया है। सर्वाइकल कैंसर को खत्म करने के लिए भी पार्टी ने एक नई पहल शुरू करने की बात कही। | कांग्रेस ने कहा कि केंद्र की सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 50 फीसद तक आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी। |
तीन करोड़ लखपति दीदीः संकल्प पत्र में पार्टी ने कहा कि वो पहले ही 1 करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी बना चुकी है। अब तीन करोड़ ग्रामीण महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का वादा किया गया है। | कांग्रेस ने इसी के साथ एक खास वादा भी किया। पार्टी ने कहा कि देश में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए पार्टी उच्च पदों जैसे न्यायधीश, सरकारी सचिव, बोर्ड अधिकारी, पुलिस अधिकारी और अन्य पदों पर अधिक महिलाओं की नियुक्ति को सुनिश्चित करेगी। |
SHG को सेवा क्षेत्र से जोड़नाः महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की आय बढ़ाने के लिए उनको नए कौशल और उपकरणों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए आईटी, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पर्यटन जैसे प्रमुख सेवा क्षेत्रों से इन महिलाओं को जोड़ा जाएगा। | कांग्रेस ने कहा कि वो देश में सम्मान काम, सम्मान वेतन होगा लागू करेगी, जिससे महिलाओं से कोई भेदभाव न हो। |
महिला स्वयं सहायता समूहों की ग्राहक तक सीधी पहुंचः पार्टी ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी), किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ), एकता मॉल, ओएनडीसी, जीईएम, वन स्टेशन वन प्रोडक्ट जैसी चल रही पहलों के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को भी जोड़ा जाएगा, जिससे उनको बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी। | आशा वर्कर, आंगनवाड़ी और मिड डे मील वर्कर्स के वेतन में केंद्र के योगदान को दोगुना किया जाएगा। |
कामकाजी महिलाओं को मिलेगी ये सुविधाः कामकाजी महिलाओं के लिए भी भाजपा ने खास वादा किया है। औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्रों के पास महिलाओं के लिए हॉस्टल, क्रेच आदि जैसे सुविधाएं दी जाएंगी। | कार्यस्थल पर महिलाओं से अत्याचार और यौन उत्पीड़न की घटनाओं को कम करने के लिए कानूनों को और सख्त किया जाएगा। |
सार्वजनिक शौचालयों का रख-रखावः संकल्प पत्र में भाजपा ने महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालयों का और ज्यादा निर्माण और अच्छे से रख-रखाव करने का वादा किया। | कांग्रेस राज्य सरकारों के साथ मिलकर छात्रों और कामकाजी महिलाओं के लिए हॉस्टल का एक बड़ा नेटवर्क स्थापित करेगी। |
NEWS SOURCE : jagran