फरीदाबाद: पुलिस उपायुक्त अपराध हेमेंन्द्र कुमार मीणा के द्वारा अपराधों में संलिप्त आरोपियो की धर-पकड़ के दिए गए दिशा निर्देशानुसार कार्रवाई करते हुए अपराध शाखा बॉर्डर की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपी संघरतन आनंद (37) निवासी गाजियाबाद को गिरफ्तार किया है।
बता दें कि 5 जुलाई 2023 को सिटी बल्लभगढ़ थाने में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें आरोपी व उसके साथियों ने फरीदाबाद के रहने वाले दो व्यक्तियों को विदेश भेजने के नाम पर उनसे 24.55 लाख रुपए ठग लिए थे। इस मामले में पुलिस ने सतेंद्र नाम के आरोपी को 4 सितंबर 2024 को गिरफ्तार किया था। मामले में शिकायतकर्ता की मुलाकात आरोपियों के साथ सितंबर 2021 में हुई थी जिसमे आरोपियों ने पीड़ित और उसके एक साथी को आयरलैंड भेजकर स्टोर में नौकरी दिलवाने का विश्वास दिलाया था जिसके लिए उन्होंने 24.55 लाख रुपए ले लिए। आरोपी सतेंद्र ने पीड़ित को आयरलैंड का फर्जी वीजा बनाकर दिया और बताया कि 7 जनवरी को उनकी टिकट करा दी गई है। लेकिन 6 जनवरी को जब वह एयरपोर्ट पहुंचे तो आरोपियों ने फोन करके बताया कि उनकी टिकट कैंसिल कर दी गई है और उन्हें आगे का समय दे दिया गया।
इसके बाद यह प्रक्रिया दो-तीन बार चलती रही और बार-बार उनकी टिकट कैंसिल करने की बात कही गई। इसके बाद आरोपियों ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया तो उन्होंने आयरलैंड एंबेसी में ईमेल करके चेक करवाया तो पता चला कि उनका वीजा फर्जी है और आरोपियों ने उनके साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर जुलाई 2023 में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके मामले में जांच की गई जिसमें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सितंबर 2024 में सतेंद्र तथा राकेश को गिरफ्तार कर लिया। मामले में आगे कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी संघरतन आनंद को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को पुलिस रिमांड पर लिया गया है जिसमें प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि आरोपी पहले मोहर बनाने का काम करता था जिसने पैसों के लालच में आकर आरोपियों के लिए फर्जी स्टैंप बनाई थी। पुलिस द्वारा मामले में जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ करके उनकी धरपकड़ की जाएगी।